रूप-रेखा: यह कहानी समलैंगिकता की हठधर्मिता और धर्म पर प्रभाव उसके आपसी संबंध के उपर निर्धारित है। इसकहानी में दोसमलैंगिकता स्री के आपसी संबंध कैसे दोनों को जीवन की अन्त पर ले जाता है ओर कैसे उनके विस्वास की परिक्षा होती है।अपने धर्म से बहिष्कृत होना ओर आशा की बेकरार होके, रीनी अपने मरन के समय में मुक्ति की खोज करतेहैं। परन्तु ईश्वर उसके दयालु आलिंगन में उसके जैसि को स्वीकार करेगा?